ABOUT HOW TO DO VASHIKARAN-KAISE HOTA HAI

About how to do vashikaran-kaise hota hai

About how to do vashikaran-kaise hota hai

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वशीकरण एक प्राचीन भारतीय तंत्र विद्या है, जिसका उपयोग किसी व्यक्ति को अपनी इच्छानुसार प्रभावित करने या नियंत्रित करने के लिए किया जाता है. हालांकि, यह एक संवेदनशील और विवादास्पद विषय है और इसका उपयोग नैतिक और कानूनी दृष्टिकोण से गलत माना जाता है.

विधुज्जिव्हा यक्षिणी : भूत वर्तमान और भविष्य का ज्ञान बताने वाली.

इस साधना में अक्सर लोग काले जादू का स्तेमाल करते हैं जो की जीवन के लिए घातक सिद्ध होता है अतः ये निवेदन है की बुरी शक्तियों से आप अच्छाई की उम्मीद न रखे अन्यथा हानि होने की आशंका रहती है. 

इत्र की खुशबु से जिन्नात भी आकर्षित हो सकते है और आपको नुकसान पहुंचा सकते है.

चण्डवेगा यक्षिणी : दिव्य रसायन पूर्ति.

बगलामुखी देवी को दस महाविद्याओं में से आठवीं महाविद्या माना जाता है. इनकी पूजा शत्रु विजय, वाक् शक्ति, मनोकामना पूर्ति, विवादों में सफलता और कानूनी मामलों में विजय प्राप्त करने के लिए की जाती है. कई लोग मानते हैं कि बगलामुखी पूजा से वशीकरण भी किया जा सकता है.

Vashikaran Methods astrology, typically shrouded in personal and controversy, is often a deep facial area of antediluvian Indian sacred tactics. With roots thick embedded in Medic scriptures and pseudoscience principles as well as vashikaran retains the facility to operate and charm wanted outcomes in life.

किसी व्यक्ति को उसकी सहमति के बिना वश में करना गलत है. दूसरा, किसी अनुभवी गुरु या ज्योतिषी से सलाह लें. वशीकरण एक जटिल विद्या है और इसे गलत तरीके से करने से गंभीर परिणाम हो सकते हैं. तीसरा, धैर्य रखें. वशीकरण का प्रभाव तुरंत नहीं दिखता है. इसके लिए समय और अभ्यास की आवश्यकता होती है.

जानें आपका शरीर और मन कैसे कार्य करते हैं

In addition, the efficacy of Vashikaran mainly depends on the religion, devotion, and spiritual purity from the practitioner. It is far from just a mechanical method but a deeply spiritual practice that needs sincerity and here reverence in direction of the cosmic forces at play.

मुख्य प्रकार की यक्षिणी और उनका महत्त्व

यही वो वक़्त होता है जब साधक का मन विचलित होने लगता है.

मेरे पास एक शालिग्राम का आधा है,वो मुझे कैसे मिला यह आपको बताता हूं। एक परिवार काफी समस्याओं से गुजर रहा था। ऐसा दस-बारह सालों से चलता आ रहा था।

यक्षिणी हमारे निकट लोक की शक्ति है जो कम प्रयास में ही सिद्ध हो सकती है. काफी सारे साधक शुरुआत में ही यक्षिणी जैसी शक्ति को सिद्ध करने की कोशिश करते है लेकिन, साधना के दौरान उनके अन्दर ना तो संयम होता है न ही कोई अनुभव जिसकी वजह से वे साधना में फ़ैल हो जाते है.

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